श्री गणेश जी महाराज को प्रथम पूजनीय इसलिए माना जाता है! क्योंकि उनसे बड़े कहीं देव थे! जबकि वह सभी देवों में उम्र में बहुत कम थे विवेक और बुद्धि होने के साथ चतुर थे। अपने माता- पिता,गुरुदेव, को पूजनीय एंव सर्वप्रथम मानते थे। इससे यह निष्कर्ष निकलता है। कि मनुष्य निर्धन या उम्र में बहुत छोटा हो या किसी भी धर्म का। लेकिन उसकी बुद्धि और विवेक को ही मान्यता दी जाती। इसलिए कोई भी कार्य करने से पहले श्री गणेश वंदना की जाती है। श्री गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं
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