दोस्तों, कैसे है आप, आशा करती हुं ठीक ही होंगे, लिखते और पढते होंगे, चलिए मेरे साथ दुसरे दिन के सफर पर, कल का दिन मेरा कमाल का गूजरा, कितना कुछ सीखा वाकई में मैनें! हमेशा भाग जानेवाले चीजों को थोडा नजदीक आने दिया, सबसे अच्छी बात ये सीखी को जिंदगी मैं कभी किसी भी हालात में गिव्ह अप नहीं करना, और करना पडे तो दिल को दर्द देनेवाले बातों को गिव्ह अप करना!
कल मैनें जिंदगी में पहली बार कहानी लिखना सिखा, बिना किसीके माफी मांगे उसके सारे गलतियों के लिए उसे माफ कर दिया, और खुद को भी उसी बडे दिल के साथ माफ कर दिया !मेरा सबसे बडा सपना लेखक बनना जो इन दिनों ये ना वो बजह से पुरा हो रहा है, कॉलेज के दिनों से ख्वाईश थी, खुद को एक नामचीन लेखक के रुप में देखना, नामचीन हुं या नहीं पता नहीं, एक दिन हो जाऊंगी !
कुछ दिन पहले ही अपनी कविताओं के लिए मैनें सर्टिफिकेट पाया, ये मेरे जिंदगी का पहला पुरस्कार बतौल लेखिका, कितनी खुश हू्वी थी उस दिन, सोचा ना था मैं ये भी पाऊंगी !
चलो फिलहाल के लिए इतना ही, आज का दिन भी नया कुछ सिखना है, नया क्षितीज पाना है !
' बिना पंखों की लेनी मुझे हौसलों की उडान,
कदमों में झुकाना है मेरे सारा ये आसमान !'