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दोहा

2 जुलाई 2022

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जानम तुमसे बिछड़ के, कटी न लम्बी रात। 

आंसू  मेरे  हैं   गिरे  ,  तुम्हें  लगी  बरसात।। 

                 ---प्रतीक तिवारी

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रचनाएँ
विरह काव्य
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यह पुस्तक श्री कृष्ण जी द्वारा गोकुल छोड़कर मथुरा चले जाने पर गोपिकाएँ जो करती हैं , जो सोचती हैं और जो कहती हैं उन सब बातों का मेरे शब्दों में संकलन है।

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