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दोहा

29 सितम्बर 2021

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आंसू भी बहते रहे , लिपटी तन से रात।

एक बार तुमने नहीं , सोचा करते बात।।

ममता

ममता

सुंदर सृजन

29 सितम्बर 2021

Pratik Tiwari

Pratik Tiwari

29 सितम्बर 2021

बहुत आभार आपका

Pragya pandey

Pragya pandey

वाह ... बहुत सुंदर 😊

29 सितम्बर 2021

Pratik Tiwari

Pratik Tiwari

29 सितम्बर 2021

जी विनम्र आभार आपका🙏🙏

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रचनाएँ
विरह काव्य
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यह पुस्तक श्री कृष्ण जी द्वारा गोकुल छोड़कर मथुरा चले जाने पर गोपिकाएँ जो करती हैं , जो सोचती हैं और जो कहती हैं उन सब बातों का मेरे शब्दों में संकलन है।

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