
13 सितम्बर 2022
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
एक वास्तविक कोमल भाव, जिसे एक औरत ही सही मायनों में बोध सकती है । ये कोमलता ये ममत्व ये प्रेम वास्तव में वरदान है स्त्री को प्रकृति का , जिसे जाने अनजाने अभिशाप बनाने पर तुलते जा रहे हम । बहुत सुंदर अभिव्यक्ति👌👌
15 सितम्बर 2022
बहुत लाजवाब लिखा काव्या 🙏🙏
13 सितम्बर 2022