ऋतेश आर्यन
विभिन्न विषयों पर लिखना ,समसामयिक और तर्कपूर्ण लिखना मुझे पसंद है ।
स्वयं से स्वयं तक~
स्वयं से की गयी बातचीत और ईमानदार साक्षत्कारों के कुछ चुनिंदा अंश इस पुस्तक में संग्रहित हैं ।
स्वयं से स्वयं तक~
स्वयं से की गयी बातचीत और ईमानदार साक्षत्कारों के कुछ चुनिंदा अंश इस पुस्तक में संग्रहित हैं ।
ऋतेश आर्यन की डायरी
इस किताब में कुछ अनुभव हैं, कुछ अनुभूतियां हैं, कुछ विमर्श है, गंभीरता है, सूचनाएं भी हैं, प्रकृति है , प्रेरणा है , इतिहास है तो राजनीति भी, समाज है तो जागृति भी । सिनेमा ,संस्मरण, खेल ,धारवाहिक, साहित्य ,संस्कृति और वो सब कुछ जो एक मंच पर एक साथ रख
ऋतेश आर्यन की डायरी
इस किताब में कुछ अनुभव हैं, कुछ अनुभूतियां हैं, कुछ विमर्श है, गंभीरता है, सूचनाएं भी हैं, प्रकृति है , प्रेरणा है , इतिहास है तो राजनीति भी, समाज है तो जागृति भी । सिनेमा ,संस्मरण, खेल ,धारवाहिक, साहित्य ,संस्कृति और वो सब कुछ जो एक मंच पर एक साथ रख
कहना है तुमसे ~
ये किताब उस कहन का अभिलेखीय संग्रह है जिसे अक्सर हम किसी खास से रूबरू होकर कह नहीं पाये होते हैं । इस किताब के हर अध्याय में कुछ ऐसा है जो आपको ये एहसास कराएगा कि बिल्कुल यही सब तो कहना था । तो आइए इस सफर में तरोताज़ा कीजिये उन मखमली सुनहरी यादों को ,
कहना है तुमसे ~
ये किताब उस कहन का अभिलेखीय संग्रह है जिसे अक्सर हम किसी खास से रूबरू होकर कह नहीं पाये होते हैं । इस किताब के हर अध्याय में कुछ ऐसा है जो आपको ये एहसास कराएगा कि बिल्कुल यही सब तो कहना था । तो आइए इस सफर में तरोताज़ा कीजिये उन मखमली सुनहरी यादों को ,
कहानी एक प्रेरणा की ~
एक मध्यमवर्गीय स्त्री का वर्जनाओं को तोड़कर नई सफ़ल इबारत लिखने की एक कथा । जिसमें समस्त अनुभव उनके स्वयं के हैं । उम्मीद करता हूँ कि मैं कथ्य के साथ बिना किस अतिरिक्त कल्पना के यथार्थ को बरतते हुए न्याय कर पाऊंगा ।
कहानी एक प्रेरणा की ~
एक मध्यमवर्गीय स्त्री का वर्जनाओं को तोड़कर नई सफ़ल इबारत लिखने की एक कथा । जिसमें समस्त अनुभव उनके स्वयं के हैं । उम्मीद करता हूँ कि मैं कथ्य के साथ बिना किस अतिरिक्त कल्पना के यथार्थ को बरतते हुए न्याय कर पाऊंगा ।