19 सितम्बर 2022
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
वाह.. एक उत्पीड़ित बच्ची की दर्दभरी सशक्त आवाज़...शानदार लेखन..उत्कृष्ट अभिव्यक्ति आपकी👌👌👌👌👌
19 सितम्बर 2022
बहुत सुंदर ,बहुत सुंदर लिखा काव्या बहुत मार्मिक अभिव्यक्ति🙏🙏🙏
19 सितम्बर 2022
बहुत ही मार्मिक और संवेदनशील अभिव्यक्ति ,सोसायटी के कुछ लोगो मे बसी ऐसी खल मानसिकता को मजबूती से दंडित कर बदलने के लिए ऐसी रचना का स्वागत है 🙏🙏
19 सितम्बर 2022