बुधका कुम्भ में गोचरआज रात्रि 26:54 (अर्द्धरात्र्योत्तरदो बजकर छप्पन मिनट) के लगभग तैतिल करण और सिद्ध योग में बुध का गोचर कुम्भ राशिमें होने जा रहा है | बुध इस समय धनिष्ठा नक्षत्र पर है तथा अस्त है | कुम्भ राशिमें निवास करते हुए बुध 4 फरवरी को शतभिषज नक्षत्र पर भ्रमणकरता हुआ 17 फरवरी को सूर्योदय से
बुधका मकर में गोचरमाघ कृष्ण तृतीया यानी सोमवार तेरह जनवरीको प्रातः 11:35 के लगभग विष्टि करण और आयुष्मान योग में बुध कागोचर मकर राशि में हो जाएगा | बुध इस समय उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर है तथा अस्त है |यहाँ से 19 जनवरी को बुध श्रवण नक्षत्र और 27 जनवरी को धनिष्ठा नक्षत्र पर भ्रमण करता हुआ अन्त में तीस जनवरी
बुधका धनु में गोचरवर्ष 2020 का अन्तिम सप्ताह– दो महत्त्वपूर्ण गोचर – मंगल का अपनी राशि वृश्चिक में गोचर और बुध का धनु मेंगोचर जहाँ राश्यधिपति गुरु, शनि, केतु और सूर्यदेव पहले सेविराजमान हैं | यहाँ हम बात कर रहे हैं बुध के गोचर की | जी हाँ, कल पौष अमावस्या यानी पच्चीस दिसम्बर को अपराह्न 3:46 के लगभग
बुध का सिंह में गोचर सर्वप्रथमसभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ… सोमवार 26 अगस्त यानीभाद्रपद कृष्ण एकादशी को बव करण और सिद्धि योग में दिन में दो बजकर सात मिनट केलगभग बुध अपने शत्रु ग्रह चन्द्रमा की कर्क राशि से निकल कर अपने मित्र ग्रह सूर्यकी सिंह राशि और मघा नक्षत्र पर गोचर कर जाएग
बुध का कर्क में गोचर कल यानी शुक्रवार, 21जून, आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को बव करण और वैधृति योग में 26:27(अर्द्धरात्र्योत्तर दो बजकर सत्ताईस मिनट) के लगभग बुध अपनी स्वयं की राशि मिथुनको छोड़कर चन्द्रमा की कर्क राशि में प्रस्थान कर जाएँगे | इस प्रस्थान के समय बुध पुनर्वसुनक्षत्र पर होगा तथा गुरु की दृष्टि भी
बुध कावृषभ में गोचरशनिवार 18 मई यानी वैशाख शुक्लपूर्णिमा को रात्रि 11:35 के लगभग बव करण और परिघ योग में बुध मेष राशि से वृषभराशि में प्रस्थान कर जाएगा | कल ही भगवान बुद्ध का जन्म दिवस बुद्ध पूर्णिमा भीहै | साथ ही कल यानी वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को ही महात्माबुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई और इसी तिथि को
बुध का मेषराशि में संक्रमण 2019शुक्रवार तीन मई वैशाख कृष्ण चतुर्दशी को सायं पाँच बजकर तीन मिनट के लगभगशकुनि करण और प्रीति योग में बुध मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र पर प्रस्थान करजाएगा | मेष राशि पर भ्रमण करते हुए बुध 11 मई को भरणी नक्षत्र तथा 17 मई कोकृत्तिका नक्षत्र पर भ्रमण करेगा, और अन्त मेंकृत्तिक
पाँच मार्च को 23:49 पर बुधवक्री हो चुका है | वक्री होता हुआ बुध 15 मार्च को प्रातः नौ बजे के लगभग कुम्भमें वापस लौट जाएगा | 28 मार्च से 19:30 के लगभग मार्गी होना आरम्भ होगा और 12अप्रेल को प्रातः चार बजकर चौबीस मिनट के लगभग मीन में पहुँच जाएगा | जहाँ 3 मई को17:03 तक विचरण करने के बाद अन्त में मेष राश
बुधका मीन में गोचरआज सोमवार 25 फरवरी फाल्गुन कृष्णसप्तमी को प्रातः आठ बजकर 53 मिनट के लगभग विष्टि करण और ध्रुव योग में बुध ने मीनराशि में प्रवेश किया है | बुध इस समय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र पर है | 28 फरवरी कोयह उत्तर भाद्रपद नक्षत्र पर चला जाएगा | उसके बाद 15 मार्च को वक्री होकर पुनःपूर्वा भाद्रपद न
बुधका मकर में गोचररविवार 20 जनवरी को रात्रि नौ बजकरसात मिनट के लगभग पौष शुक्ल पूर्णिमा को विष्टि करण और विषकुम्भ योग में बुध कागोचर मकर राशि में हो चुका है | बुध इस समय उत्तराषाढ़ नक्षत्र पर है तथा अस्त है |यहाँ से 26 जनवरी को बुध श्रवण नक्षत्र और तीन फरवरी को धनिष्ठा नक्षत्र पर भ्रमणकरता हुआ सात फरव
बुधका धनु में गोचरनव वर्ष 2019 के प्रथम दिवस अर्थात एकजनवरी को पौष कृष्ण एकादशी को बव करण, धृति योग और विशाखा नक्षत्र में 09:50 के लगभग बुध काप्रवेश सूर्य और शनि के साथ गुरु की धनु राशि और मूल नक्षत्र में हो जाएगा |सर्वप्रथम सभी को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ… धनु राशि में बुधका गोचर सभी के लिए भाग
बुधका वृश्चिक में गोचरकल यानी 26 अक्टूबर को आश्विन कृष्ण तृतीया, वणिज करण, व्यातिपत योग और विशाखा नक्षत्र में 20:44के लगभग बुध का प्रवेश वृश्चिक राशि में हो जाएगा |जहाँ पहली जनवरी को 09:50 तक भ्रमण करने केपश्चात गुरु की धनु राशि में प्रविष्ट हो जाएगा | यहाँ भ्रमणकरते हुए 29 अक्टूबर को अनुराधा, 10 नव
कल भाद्रपद कृष्णअष्टमी को बालव करण और हर्षण योग में लगभग 21:07 पर बुध का प्रवेश सिंह राशि औरमघा नक्षत्र में सूर्य के साथ होने जा रहा है | यहाँसे 19 सितम्बर को प्रातः 04:15 के लगभग अपनी राशि कन्या में प्रविष्ट हो जाएगा | पाँच सितम्बर से बुध अस्त भी हो जाएगा | आइये जानने का प्रयास करते हैं बुध के सिंह
बुध का कर्क में गोचर आज 25 जून, ज्येष्ठशुक्ल त्रयोदशी को तैतिल करण और साध्य योग में शाम छह बजकर पाँच मिनट के लगभग बुधका कर्क राशि और पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर हुआ है | साथ मेंराहु और शुक्र भी वहीं हैं, और मंगल तथा केतु की दृष्टि उसपर है | वहाँ से दो सितम्बर को रात्रि नौ ब