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शिक्षक और समाज निर्माण

hindi articles, stories and books related to Shikshak aur samaaj nirmaan


कभी गुस्सा तो कभी प्यार दिखलाती है,कभी डांट तो कभी दुलार बस यही तो है,मां का प्यार सीने मै दर्द कितने हो,कभी बता नहीं पाती सहन कर लेती,हर मुश्किल पर परिवार पर आंच नहीं आने देती,पेट ख़ाली भी हो तो चहरे

हिन्दूस्तान की भाषा हिन्दी, स्वर-व्यंजन का मेल है हिन्दी, भाषा नही भाव है हिन्दी,सूर-कबीर-तुलसी-जायसी,सब की रचनाओ की भाषा हिन्दी, मीरा-सुभद्रा-महादेवी की, कविता-गीत का गान है हिन्दी, नव

लक्ष्य...'दुनिया जीतने' निकले हो.......और 'एक हार' से हताश हो......कर बैठ गए, तुम्ही ही बताओ.......महज़ एक प्रयास में मेहनत........रंग लाती है कभी ? नहीं ना......?तो फिर क्यों मूर्खतापूर्ण भावों से...

हिंदी भाषा यह भारत की आधिकारिक भाषा है और दुनिया भर में 420 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती है। हिंदी की उत्पत्ति उत्तरी भारत में हुई और यह इंडो-आर्यन भाषा परिवार का हिस्सा है। हिंदी भाषा द

??..ईवीएस कक्षा में बच्चों के साथ संवाद के अनुभव .....  “स्कुल में आने के शुरूआती समय में कुछ समय प्राइमरी कक्षाओं में बच्चों के साथ ईवीएस विषय में काम किया था. उन दिनों के मेरे अनुभव ये रहे थे कि प्

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बच्चों में मूल्यों का सहज विकास: शिक्षण प्रक्रिया का अनिवार्य हिस्सा  एक शिक्षक का पेशा कई मायनों में ख़ास है. ख़ास इसलिए क्योंकि एक शिक्षक पूरे समाज को बदलने की एक शिक्षक बनने की प्रक्रिया काफी अहम् ह

मेरी पहली पढ़ी पुस्तक,हिन्दी भाषा से शुरुआत हुई।समझ कुछ नहीं आता था,अक्षर ज्ञान कराया जाता था।।कापी पेंसिल स्लेट पर,लाइनें खींचा करते थे।अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ,अक्षरों का संबोधन कराते थे।।बारम्बार लिख लिख के

विद्वानों ने मनुष्य को एक सामाजिक एवं विचारशील प्राणी के रूप में वर्गीकृत किया है। किसी मनुष्य के सम्पूर्ण व्यक्तित्व व चरित्र का उसके समाज पर प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव अवश्य पड़ता है। ऐस

शिक्षा  कििसी भी देश की प्रगति एवं सभ्यता कीीी सूचक शिक्षा मानी जाती है आज केेे समय में भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान गणित इत्यादि विषयों पर ध्यान दिया जा रहा है लेकिन शिक्षित होने के साथ

            सो आज के लिए निर्धारित कक्षा में पहुँचे । यह कक्षा 10 में गणित का कालांश था । अमन जी हिन्दी के अध्यापक थे । बच्चों ने गणित ही पढने की जिद की । और गणित की मोटी सी पुस्तक मेज पर धर दी । अम

अमन जी अपनी बाइक उठाकर गाँव में पहुँचे । लाख प्रयास के बाद भी कोई स्वयं सेवक नहीं मिला । लोग कहते- वाह माटसाब ! खुद तो पढाने के साठ सत्तर हजार लेते हो और हमसे फ्री में गाँववालों को पढवाना चाहते हो ।

कक्षा में बच्चे आपस में लड़ झगड़ रहे थे । अमन जी ने उनको शांत किया और किताब निकालने को कहा । इतने में एक बच्चा बोला, सर वर्कबुक भरवाइए ना । अभी तो उसी का समय है । प्रमोद जी की इच्छा अपने बाल नोच लेन

अमन जी को अभी कक्षा 1 से 8 तक की उपस्थिति इकट्ठी करनी थी । झट डायरी उठाकर दौड़े । आँकड़े इकट्ठे करके भोजन निर्माण शाला में पहुँच कर बताया कि आज कितने आटे की रोटियाँ बनेगी । फिर बाँस की एक सीढी लगाकर

दूसरी तरफ अमन जी मिड डे मील बनाने वालियों से उलझे हैं - परसों भी तुमने सब्जी में पानी अधिक डाल दिया । सब्जी एक तरफ और पानी दूसरी तरफ जा रहा था । यह नहीं चलेगा । एक मिड डे मील बनाने वाली बोली -ज्यादा

         राजकीय शिक्षालय का दृश्य। हर शिक्षक बहुत व्यस्त है । एक शिक्षक संगणक पर उलझे हैं । आँखों पर मोटा ऐनक । ऐनक के नीचे आँखों में गंगा जल की धारा बहनें को उतारू । समझ में नहीं आ रहा कि यह झरना ल

"शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो भी पियेगा वह दहाडेगा"अन्तर्मन के पट खोलने शिक्षा अति जरूरी है।शिक्षा बिना अशोभनीय जन जिंदगी अधूरी है।।शिक्षा के पथ पर चलकर ही मंजिल तुम्हें मिल जाती है।शिक्षा पथ पर मोड क

घोडों के स्टेच्यु की पहचान... एक पाँव ऊपर किये, कभी दोनो पैर ऊपर किये हुए, तो कभी चारो पैर नीचे किये घोड़े की पीठ पर बैठे हुये कई स्टेचू देखे ।  बचपन से ये जिज्ञासा थी कि आखिर घोड़े के दोनों प

भारत से पाँच हज़ार किलोमीटर दूर तारीख 9 सितम्बर 1828 जगह रूस एक लेखक का जन्म हुआ। जिसने अपनी लेखनी को बुलंदी पे पहुचाया जिनकी रचनाओं को सम्राट मुँशी प्रेमचंद ने हिंदी अनुवादित किया, जिससे गाँधी ने पत्

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  "आज का विषय बहुत तार्किक और साथ ही साथ बहुत सुलझा हुवा भी है "  आज शिक्षक दिवस है और इस पावन अवसर पे ये कहना गलत नहीं होगा की  शिक्षकों के अमूल्य योगदान के लिए हमारा समाज सदैव ऋणी रहता है। एक

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