23 साल पहले बाबरी मस्जिद ढांचे पर सबसे पहले चढ़े वे दो लोग कौन थे, नहीं पता. लेकिन उन्हें नहीं मालूम होगा कि वे मुल्क में सियासत का जो किरदार तय कर रहे हैं, वह कई साल के लिए मजहबी ताने-बाने को झकझोर देगा और हिंदुस्तानी जम्हूरियत की स्थायी टीस बन जाएगा.तारीख थी 6 दिसंबर 1992. अयोध्या में बाबरी का विव