shabd-logo

दिल की बात।

18 अक्टूबर 2021

17 बार देखा गया 17
दिल इतना भी 
ना दुखाओ 
कि दिल ही 
पत्थर बन जाए।
ज़ख़्म इतने भी 
ना दे दो 
कि ज़ख्मों से ही 
प्यार हो जाए।

Madhulika Mishra की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए