भारतीय शब्द का आधार भारत है व भारत का आधार हमारी सनातन पुरातन वैदिक सभ्यता व संस्कृति.हिंदू शब्द का प्रचलन यहाँ के मूल निवासियों के लिए प्रोयोगित किया जाता है जो यहाँ हज़ारों वर्षों से अलग अलग अलग पंथो को स्वीकारकर अंगिगत करते चले आ रहे है।अंतर दोनो में कुछ नहीं है बस कोई इतिहास में इस्लामिक आक्रांत
ट्रिपल तलक आस्था नही,अधिकारों की लड़ाई है ।ट्रिपल तलाक पर रोक लगाने काबिल लोकसभा से तीसरी बार पारित होने के बाद एक बार फिरचर्चा में है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में ही इसे असंवैधानिक करार दे दिया था लेकिन इसे एक कानून का रूप लेने केलिए अभी और कितना इंतज़ार करना होगा यह तो समय ही बताएगा। क्योंकि
हजारों वर्षों से भारत की धरती विदेशी आक्रमणकारिओ व उनके द्वारा किए हुए अमानवीय व अप्रत्याशित,अकल्पनीय वहाबी कृतियों को स्वतंत्रता के उपरांत भी मधु भाषणीय कवियों की पंक्तियों की तरह भारत के शिक्षा क्रम में पारितोषिक किया जा चुका है.जीसस के जन्म से भी पूर्व महान राष्ट्रप्रेमी विद्वान पंडित चाणक्य द्वा
इस्लाम धर्म में ईद सबसे बड़ा और पवित्र त्यौहार माना जाता है. इस त्यौहार को ईद-उल-फितर और ईद-उल-जुहा भी कहा जाता है. ईद के एक महीना पहले मुस्लिम लोग रोज़े रखते हैं.इस साल यानी 2018 में बकरीद 22 अगस्त को मनाई जा
आज विश्व तेजी से बदल रहा है और साथ ही जनसँख्या भी तेज़ी से बढ़ रही है, भारत पर भी इसका असर पड़ रहा है | आज की नया पीढ़ी पुरानी रूढ़िवादी मान्यताओं को तेजी से खत्म कर एक नए समाज का निर्माण कर रही है | आज के उदारवादी माहौल मै कट्टरवादी विचारधारा को किसी भी हाल मै बर्द
मुस्लिम 1400साल से दुनिया को यही बताते आ रहे हैं कि असली जिहाद क्या है ।मुसलमानों का कहना होता है कि असली जिहाद खुद कि बुराई से लड़ना है । मगर आतंकी वहीं कुरान कि ही आयतों को पढ़कर बताते हैं कि वो जो कुछ भी कर रहे हैं वो इस्लाम में जायज है ।क
जबअकर्मण्यता को छिपाकर जीवन जीने के लिए आवश्यक संसाधनों को सच्चाई और पुरुषार्थ सेजुटाने की बजाय हिंसा से छीन लिया जाता हैए चोरी कही जाती है । इससे चोर घर कीशून्यता को तो ख़त्म कर लेता है किन्तु चुरायी गयी कुछ महान सम्पत्तियों को डर याज्ञान के अभाव में नष्ट कर देता है अथवा उन्हें विकृत कर दे