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गीता ज्ञान कितना जरूरी..

23 सितम्बर 2022

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आज हम जिस आपाधापी की जिंदगी जी रहे हैं,आज हमारा जीवन तुच्छ सा हो गया है।पश्चिमी सभ्यता ने हमारी संस्कृति और सभ्यता का नाश कर दिया है।हमेंअपने वर्तमान को बेहतर करने की आवश्यकता है,नही तो कल का जीवन नरकमय होते देर नही।हमें
 अपने पुरातन दौर में जाने की जरूरत है।हमें अपने गुरु शिष्य परंपरा को आत्मसात करना ही होगा।हमारे ऋषि मुनियों के द्वारा दी गयी ज्ञान विद्या को अपनाना होगा।हमे कृष्ण के द्वारा अर्जुन को दी गई सीख को अपनाना ही होगा।जीवन सार को समझना होगा।तभी हम अपने साथ ही अपने आने वाली पीढ़ियों को एक संस्कारी जीवन दे पाएंगे।जीवन अनमोल है।जीवन को यूं ही बर्बाद न करें।बच्चों में गीता ज्ञान का भंडार भरना होगा ताकि वो अपना जीवन अनुशासित तरीके से जीयें,अपने शरीर को अच्छे से समझे,जीवन जीने का तरीका अपनाये,दूसरों को सम्मान देना सीखें।गीता में भगवान ने अर्जुन का सारथी बनकर कुरुक्षेत्र में जो ज्ञान का दीप जलाया था,वो जीवन के हर सदी और हर परिस्थियों में सारगर्भित है,यथार्थ है।अच्छे बुरे का ज्ञान,अपना कर्तव्य,दायित्व का ज्ञान सीखाने वाली भागवत गीता को हमें समझना होगा,अपनाना होगा तभी हम जीवन को ज्योतिमय कर पाएंगे।article-image

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