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टूटना ही था अगर .. .. .. .. .. .. .. .. .. . मोती ने माला से .. .. .. ..अच्छा होता कि वो मोती .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. .. मेरे हाथ में ही न आता !. ..
मुमकिन नहीं ये मेरे लिए कि मैं तुझको भूल जाऊँ भूल जाऊँ 'गर जो तू मेरा नाम बदल देना ........ इतनी सी चाह है तुझसे हर शक्ल में नज़र मैं आऊं .... जो नज़र न आयी तुझको तो तू शीशा बदल देना ........