मेरे प्यारे अलबेले मित्रों ! आप सबका हार्दिक स्वागत है💐💐🙏🙏 भारतीय संस्कृति को दरकिनार कर, पश्चिमी संस्कृति को आत्मसात कर, अपने प्यारे भारत महान में आजकल, अनोखे ढ़ंग से जन्मदिन मनाया जाने लगा है ! इस अनोखे जन्मदिन के उत्सव में, मौज-मस्ती,हर्षोल्लास के अलावा छल-कपट-व्यभिचार भी अपनाया जाने लगा है !! सनातन संस्कृति को मिटाने के लिए, अत्याधुनिक जन्मदिन के उत्सव को, हवसपूर्ति का अचूक हथियार भी बनाया जाने लगा है ! इस दौड़ती-भागती जिंदगी में मित्रों ! बड़े आराम से भारतीय युवतियों को, विश्वासी वाण से आसान शिकार बनाया जाने लगा है !! कैसे ?? और क्यों ?? पीड़ितों के साक्षात्कार और पुलिसिया बयान पर आधारित, आपके समक्ष प्रस्तुत सत्य कहानी "जन्मदिन" हर भारतीयों को सचेत करने के लिए है ll आपकी प्रतिक्रिया,स्नेह,मार्गदर्शन अपेक्षित है 🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🇮🇳😎🇮🇳🙏🙏🙏🙏 अंजनी कुमार आज़ाद,आरा,पटना,बिहार