नन्हें-मुन्ने प्यारे बच्चों के बहु विधि ज्ञान वर्धन के लिए किया गया यह प्रयास निश्चित ही समस्त हिन्दी भाषी के लिए एक गौरव का विषय होना ही चाहिए। बहु प्रचलित सरल चौपाई छन्द बच्चों को शीघ्रातिशीघ्र याद हों जायेगा। हिन्दी वर्णमाला के साथ ही साथ भारतीय संस्कृति का भी ज्ञान हो इसका अद्भुत प्रयास है। हिन्दी और हिन्दुस्तान की परिकल्पना साकार करने के प्रयास में इन सबकी जानकारी देने के लिए हमारे अनेक आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, धार्मिक,पौराणिक पात्रों-कथाओं पर भी प्रकाश डाला गया है। आशा है यह ग्रंथ सभी के लिए लाभकारी होगा। आपका गिरिजा शंकर तिवारी"शांडिल्य"