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Bahut sundr
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😊😊,"लकीरों का रिश्ता" या वो रिश्ता जो किस्मत ने जोड़ा है पर दिल जुड़ नही पाया.... थोड़ी मुश्किल तो होती है ऐसे रिश्ते निभाने में...पर अगर निभाना ही है तो दिल से निभाओ....कोशिश की जा सकती है समझने की...
सुनो,,, अविनय अवज्ञा कानून हम स्वीकार करते हैं.. सनम तेरी मोहब्बत को प्रेम से अस्वीकार करते हैं शिकवा शिकायत ना कोई ताल्लुक रखेंगे तुम्हें अपनी यादों के दामन से भी दूर रखेंगे हम मोहब्बत का मोहब्बत से
मैं अपनी ज़िंदगी का अब इक नया फ़साना लिखूंगी..!! अपनों में शामिल गैरों को अब बेगाना लिखूंगी..!! आतिश-ए-गम में जलकर ज़िंदगी बर्बाद हुई..
किसी की हार हुई.... कोई बाजी जीत गया.. इतनी उलझनों से ..उलझा हुआ साल बीत गया..!!नववर्ष की बेला में अब नए निश्चय करेंगे..ख्वाब जो भी हो अब पूरा अवश्य ही करेंगे..छोड़ो दामन उसका जो भी रीत थी बीत गय
शीतलहर चल रही है कोई गर्म एहसास नहीं है.. सर्द रातों में भी मुझे मोहब्बत की प्यास नहीं है.. दिन तो तपती खिलती धूप में गुजर जाता है. सर्द हवाओं का घेरा ढलती शाम को आता है रात भर जलता अलावा भी आता रास न
संवेदनाएँ जिसमें सृजित हो,कंठ पे आती बार बार हैं। अये प्रियवादिनी हिन्दी भाषा,हमको तुमसे प्यार हैं।। मातृभाषा तू,हैं माता का वात्सल्य तुझमें। कतरा भर भी रहता कहाँ,अये भाषा छल तुझमें।। पुरातन से सभ
तुमसे बंधी प्रेम की डोर चाहे ले जाओ जिस ओर..!!आंखों तुम समाए हो नजर नहीं आता कोई और..!!धड़कन सुने खामोशी कुछ ना बोलो सनमराह भटक ना जाए डोर पकड़े रखना सनमदिल मेरा नादान सा करता नहीं अब कोई शोरतुमसे बंध
तुमको चाहती रही उतना खुद को खोती रही..सनम..बिना शर्त के प्यार में हमेशा निभाती रही..मुझसे मिलने की कोई शर्त तुम निभा ना पाए..मंजिल पीछे रह गई तुम कभी ही मुड़ना पाए..महकते गुलाब से दिल का आंगन सजाती रह
Chocolate की मिठास प्यारा सा सलीका है..दुनिया में सबसे अलग..महबूब मेरा अनोखा हैं..Milk chocolate सा मुझेमें घुल जाता हैमोहब्बत के आगे सारी दुनिया भूल जाता है..Chocolate सा पिघलें जीने ऐसा तरीक़ा है..द
माना,,लड़खड़ा रहे हैं आज कदम कल मंजिल पे सफर पहुंच ही जाएगा...!!जीवन में परिवर्तन ही स्थाई हैएक दिन सब कुछ बदल ही जाएगा...!!गर्म हवाओं से सर्द हवाओं का मौसम आएगाफूल मुरझाए है तो बहारों का मौसम भी