😊😊,"लकीरों का रिश्ता" या वो रिश्ता जो किस्मत ने जोड़ा है पर दिल जुड़ नही पाया.... थोड़ी मुश्किल तो होती है ऐसे रिश्ते निभाने में...पर अगर निभाना ही है तो दिल से निभाओ....कोशिश की जा सकती है समझने की...बजाय किस्मत को कोसने के प्यार पैदा करने की....बुरी चीजों से ध्यान हटा कर अच्छे पहलुओं पर गौर करने की....
पर अगर कोशिश ही नही करोगे तो कुछ नही हो सकता....समझौते में भी प्यार उपज सकता है...बस गुंजाइश होनी चाहिये....
तो दोस्तों लग जाइये हर रिश्ता दिल से निभाने की कोशिश में....क्योंकि कोशिश हमेशा रंग लाती है,😊😊😊😊
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महल चाहतों का सजाना पड़ेगा
लकीरों से रिश्ता निभाना पड़ेगा....
ये दीपक भरोसे का बुझने न पाए
वहम की हवा से बचाना पड़ेगा...
भँवर में फँसी है ये चाहत की कश्ती
जतन से किनारे लगाना पड़ेगा.....
सभी को न हासिल ये फूलों सी राहें
सफ़र मुश्किलों में बिताना पड़ेगा....
सभी राग जीवन के मीठे नहीं हैं
हमें दर्द में गुनगुनाना पड़ेगा....
मुहब्बत लुटानी है उनपर ये सारी
हमें इश्क़ ज्यादा कमाना पड़ेगा.....
न ख़्वाहिश इबारत लिखें प्यार में वो
मेरे नाज़ को बस उठाना पड़ेगा..
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kanchan"savi"💝