नन्हा दिल
केवल हसता है और रोता है,
अभी नन्हा दिल कुछ नहीं समझता है।
माँ की बाते ध्यान से सुनता है,
दिन में सोता रातो को जागता है।
अभी नन्हा दिल कुछ नहीं समझता है।।
होठों पर जब हसी आती है,
परिवार की हिम्मत बढ़ जाती है।
मुँह से कुछ नहीं कहता है,
आँखो से बातें फिर करता है।
अभी नन्हा दिल कुछ नहीं समझता है।।
शाहाना परवीन...✍️