"खुद जिन्दगी के हुस्न का मैयार बेचकर, दुनिया रईस हो गई किरदार बेचकर. " अशोक 'साहिल' के ये शब्द और भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दूसरे के समपूरक नजर आते हैं. चर्चाओं में बने रहने को मोदी कुछ भी कर सकते हैं, कुछ भी कह सकते हैं यह तो उन