आज बहुत अच्छा सा महसूस हो रहा था सुबह सुबह उनके दर्शन जो हो गए थे। पूरा दिन मानो दिवाली सा गुजर जाता है जब उनका दीदार होता है।
तभी अंदर से पापा की आवाज़ आयी…. निहारिका तैयार हो कॉलेज का समय हो गया है। अभी निकल ही रहे थे की शर्मा जी सामने दिख गये । बोलने लगे बिटिया तो बड़ी हो गयी है। पापा भी मुस्कुरा दिए ।
“कोई लड़का वड़का देखा है” शर्मा जी फिर आगे बोले।
शर्मा अंकल के ये शब्द सुनते ही निहारिका की सुबह वाली ख़ुशी हवा में गुम हो गयी । मन विचलित हो गया....