वो अलबेली खुशियों की
सहेली
प्यारी सी सूरत
मन उसका का चंचल
कमसिन कली सी
हसीन तितली सी
लड़की वो प्यारी सी आंचल
प्यारी कह कर मुझे बुलाती
मन को मोह ले आपनापन कुछ यू जताती
मन की सच्ची
मासूम बड़ी लगती बड़ी अच्छी
मुस्कान से उसके कलियां खिलती
बाते जैसे झिरमिर बरसात की बूंदे बसरती
खुशमिजाज अंदाज़ जैसे मस्त हवाएं
मिश्री सी मीठी बोली दिल को चुराए
अब क्या ही और कहे अदाएं प्यारी
कैसे उसकी लफ्ज़ों मे समाए
आंचल आपकी मासूमियत भोलापन
अपनापन हर अदा मन को बड़ी भाए
करते है दुआ सदा मुस्कुराती रहो
ग़म की परछाई भी ना छूने पाए
हर दर्द से दूर रहो
ख्वाब जो भी आप सजाए
है दुआ रब उसमे आपके मनचाहे रंग भरते जाए
Love you dear Aanchal ❤️❤️❤️❤️