भाग 1
रेशमा एक सुंदर सी प्यारी सी लड़की थी ,वह हरदम सभी से हंसते हुए बात करती थी कभी किसी का दिल नही दुखाती
है , वह अपने मां बाप को तो छोड़ो आस पास वालो का भी इतना ध्यान रखती थी जैसे वह उन्ही की लड़की थी ,!!
उसके पिता दुर्गाप्रसाद देहरादून के एक सरकारी स्कूल में हेड मास्टर थे , और माता लक्ष्मी देवी घरेलू महिला थी , रेशमा बी ए फर्स्ट ईयर की छात्रा थी, उसकी सुंदरता के दीवाने कॉलेज से लेकर मोहल्ले तक में कई थे ,!!
सबसे बड़ी समस्या थी खुद रेशमा ही थी ,वह हर किसी से प्यार से मुस्कराकर बात करती थी ,इस से बहुत सारे लड़के तो गलत फहमी के शिकार भी हो जाते हैं ,!!
रेशमा इन सब बातो से अनजान हर किसी के दुख सुख में खड़ी रहती थी ,अब परसो की ही बात है , क्लास में उसके पास बैठने वाला लड़का कार्तिक ने अपना चैप्टर कंप्लीट नही किया था और उसी दिन जमा होना था ,अब उसका चेहरा रुआसा सा हो गया ,तो रेशमा ने उसकी बुक लेकर आधे घंटे में उसका चैप्टर कंप्लीट कर दिया ,और उसके गाल पर एक प्यार से चपत मारती हुई कहती हैं ,*" इतने जीनियस होकर भी ऐसी बेवकूफी क्यों करते हो , ,*"!!
अब उसकी इस बेबाकी पन का लोग गलत अंदाजा लगा लेते हैं ,जैसे कार्तिक ही इस गलत फहमी का शिकार हो गया की रेशमा उसे चाहती है ,इसीलिए परसो उसने उसे बचाने के लिए ही उसका चैप्टर कंप्लीट किया और उसके गालों को छुआ ,"!!
इसी प्रकार कई और लड़के हैं जो इसी प्रकार से रेशमा के बारे में सोचते हैं ,जबकि वह अपनी मस्तमौला स्वभाव में ही रहती है ,वह किसी से प्यार व्यार नही करती और ना ही उसके निश्चल मन में किसी के प्रति ऐसी कोई भावना है ,!!
आज सुबह सुबह वह कॉलेज के लिए निकल रही थी ,तो पड़ोस की सोभा आंटी ने कहा *" बिटिया रानी आते हुए मेरा काम करते आना ना ,तेरे अंकल बहुत भुल्लकड़ हैं ,तो तु जरा मेरा लाइट का बिल भर देगी क्या,*"!?
रेशमा मुस्कराई और बोली ,*" क्या आंटी आप भी ना ,आजकल ऑन लाइन सब कुछ हो जाता है , मैं कॉलेज से आकर आप को सीखा दूंगी आप खुद भर लिया करना ,ठीक है ,*"!!
सोभा आंटी कहती है ,*" ठीक है सीखा देना किसी के भरोसे बैठना तो नही पड़ेगा , !!
इस प्रकार रेशमा लोगो की सहायता भी करती हैं और उन्हे सेल्फ डिपेंड होना भी सिखाती रहती है,*"!!
आज वह कॉलेज में जैसे ही पहुंचती है ,सामने से कार्तिक उसके सामने उसकी स्कूटी रोक कर खड़ा होता है ,वह मुस्कराकर उसको देखती है ,!!
कार्तिक ने सभी दोस्तो के बीच यह कह चुका था कि रेशमा उसे चाहती है ,और वह भी उसे चाहता हैं, तो दूसरे लड़के जो खुद रेशमा के दीवाने थे वह उस से शर्त लगाते हैं,!!
एक लड़का विनय कहता है ,"" वह तेरे से लव नही करती , तु वन साइडेड लवर है , वो तो सभी से मुस्कराकर और प्यार से ही बात करती है ,*"!!
कार्तिक कहता है ,*" वो मुझसे ही मन ही मन प्यार करती है पर शायद बोलने में शर्माती है ,*"!!
दूसरा लड़का नवीन कहता है ,*"कुल यार ,चल एक काम कर आज तू उसको प्रपोज कर और वह भी सबके सामने अगर वो करती होगी तो एक्सेप्ट कर लेगी ,उसने एक्सेप्ट किया तो हम लोग तुझे ट्रीट देंगे ,और नही किया तो तू हमे ट्रीट देना ,*"!!
कार्तिक इस बात पे तैयार हो जाता है ,!!
विनय कहता है ,*" चल अभी उसके आने का टाईम हो गया है ,बोल डाल ,*"!!
उसी चक्कर में कार्तिक ने रेशमा को रोका था ,इस वक्त अधिकतर लड़के लड़कियां इन्ही की ओर देख रहे थे ,वैसे रेशमा के साथ पहली बार होने जा रहा था ,*"!!
रेशमा कार्तिक की ओर देखती है ,,!!
कार्तिक कहता है ,*" सॉरी रेशमा ,तुम्हे ऐसे रोकने के लिएं पर मुझे कुछ कहना है ,*"!!
रेशमा कहती है ,*" जो भी कहना है जल्दी कह दो ,महेश सर की क्लास अटेंड करना है मुझे ,*"!!
पीछे से एक लड़की नीता कहती है ,*" अभी महेश सर आए ही नही है ,चल बोल बे कार्तिक उसका रास्ता क्यों रोका है ,*"!!
कार्तिक कहता है ,*" रेशमा , आई लव यू , मैं तुम्हे बहुत चाहता 💓 हूं ,मुझे लगता है तुम भी चाहती हो ,क्या तुम भी मुझे चाहती हो ,!!
रेशमा मुस्कराकर स्कूटी से उतरकर उसे खड़ा कर देती हैं ,और उसके पास आकर कहती है ,*" येस मैं भी तुम्हे बहुत चाहती हूं ,जैसे हर बहन अपने भाई को चाहती है , आई लव यू टू माय लवली ब्रदर कार्तिक ,*"!!
उसके इतना बोलने से सारे लड़के लड़कियां जोर से ताली बजाकर हूटिंग करने लगते हैं , उसी समय विनय आकर उसे एक धागा देता है और कहता है *" इसे राखी बांधकर रिश्ता पक्का कर दो ,*"!!
कार्तिक का तो चेहरा ही सफेद पद गया ,वह सभी की ओर देख कर सर झुका लेता हैं ,
रेशमा धागा कार्तिक के कलाई पर बांध देती हैं , और कहती है ,*" मेरा कोई भाई नहीं था ,आज से तुम मेरे भाई ,*"!!
नीता आगे आते हुई कहती हैं,*" और किसी को प्रपोज करना है तो आ जाओ ,सभी भाई लोग , वैल डन ,रेशमा *"!!
सभी लड़के खसक लेते हैं ,!!
रेशमा कार्तिक से धीरे से कहती है ,*" भाई मैं तो तुम्हे प्रोब्लम में देखकर हेल्प कर रही थी ,तुम्हे ही क्यों मैं तो सभी का हेल्प करती हूं ,अब उसका मतलब तुम सब गलत निकलोगे तो फिर मैं अब किसी से हंसकर बात नही करूंगी और न ही किसी को हेल्प करूंगी ,*"!!!
कार्तिक की आंखो में आंसु आते हैं ,उसे सच में बहुत हर्ट हुआ ,उसे लगा की वह अपनी बेवकूफी में एक अच्छी लड़की को बदनाम कर रहा था , !!
वह रेशमा को सॉरी बोलता है ,!!
रेशमा मुस्कराकर कहती है ,"* ये हुई न अच्छे भाई वाली बात ओके ब्रो क्लास में मिलते हैं ,*"!!
कार्तिक कहता है ,*" अब राखी बांध ही दिया है तो अपना शगुन भी तो लेते जा ,*"!!
वह जेब से पांच सौ का नोट निकाल कर उसके हाथ में देता है तो सभी तालियां बजाने लगते हैं,,!!
रेशमा सभी की ओर देखती है और कहती है ,*" चलिए आज इस बहन की ओर से सभी को टी पार्टी ,चलो सभी , नीता बैठ ,कार्तिक कैंटीन में चलो ,*"!!
वह स्कूटी स्टार्ट कर के जाती है ,!!
क्रमशः