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लिली सराठे

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पिता क्या है " मेरी छाँव है दुनिया है, पूरा आसमान है मेरे पापा ,जिनको देखके सीखी है लड़ाई लड़ना, जिंदगी की तमाम मुसीबतो का सामना करना ,हिम्मत है जुनून है मेरे पापा , आँख के आंसुओ को गिरने से पहले थाम ले वो है मेरे पापा ,उमंग है हिलोर है हमसाया है मेरे पापा "इस तरह के कई मेसेजस आज के दिन सोशल नेटवर्किंग साइट पर हर साल शेयर किये जाते है पर क्या है सही हकीकत ? क्या खूब कहा है किसी ने कि माँ बाप बच्चो की पूरी दुनिया है | लेकिन क्या वाकई में आज के परिप्रेक्ष्य में ये कहना सही है ?हम जिस दुनिया में रहते है वहा माँ बाप का बुढ़ापा कुछ औलादो के लिए बोझ सा क्यों बन जाता है | कितने ही बच्चे बड़े होने के बाद अपने माँ - बाप से खुलकर बात करते है जैसे जब वो अपने बचपन में किया करते थे | सवाल करो तो जवाब होता है भाई नौकरी करने में ही समय निकल जाता है ,बाकी समय दोस्तों के साथ निकल जाता है | घर में ज्यादा बात ही नहीं करते है पापा चीड़ चीड़ करते है इससे तो अच्छा है की बात ही न करो | भाई वो तो समझते ही नहीं है की उन्ही के लिए तो कमा रहे है | आश्चर्य होता है ऐसी सोच वालो पर जिनके पास दोस्तों के साथ फालतू की गप्पे हाकने का तो समय होता है लेकिन अपने माँ बाप के पास बैठकर बातें करने का तो समय ही नहीं होता है. फादर्स डे और मदर्स डे सोशल नेटवर्किंग साइट जैसे ट्वीटर ,फेसबुक ,व्हाट्सएप्प आदि पर मैसेज डाले जाते तो है उनकी फोटो शेयर करके भाई साहब बहुत बड़ा काम कर लिया जाता है | माफ़ करियेगा ये सारी कहानी उनलोगो के लिए है जो दम भरते ही है की हम तो हमारे पेरेंट्स के लिए सब कुछ कर सकते है पर करते कुछ है ही नहीं है | जब तक वे काम कर रहे है तभी तक उनकी पूंछ - परख है और जब आपके माँ -बाप को उनकी उम्र के इस पड़ाव पर जब उन्हें आपके साथ, की आपके हाथ की जरुरत हो तो आप वहाँ होते ही नहीं हो | जरा एक बार फिर से सोचिये की आपके माँ - बाप को इस समय आपके साथ की कितनी जरुरत है ?जब आपने जनम लिया तो बोलना उन्होंने ही सिखाया है जब हम बोल भी नहीं पाते थे तब भी हमारी हर बात समझ जाते थे | आपके पेरेंट्स अगर आपसे कुछ नहीं भी बोले तो क्या उन्हें आपकी जरुरत नहीं है ऐसा, तो हो ही नहीं सकता जिसने अपना खून जलाकर आपको बड़ा किया है कम से कम उनका साथ देना तो बनता ही है | आखिर में बस इतना ही " हमारी जान है हमारे पेरेंट्स " दोस्त यार साथ दे न दे आपके पेरेंट्स हर कदम पर आपको साथ ही मिलेंगे | " साथ रहिये खुश रहिये और अपने अपनों को खुश रखिये " | शुभ रात्रि  

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