माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।
चरणों में अपनी माँ के, हम शीश झुकाते रहे।।
है मन में इक आस, कि बढ़ता रहे विश्वास
प्रेम की धारा दिलों में, हम सदा बहाते रहे।
माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।।
खेतों में हो हरियाली, चहुँओर हो खुशहाली
फूल खुशियों के हम, सदा ही उगाते रहे।
माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।।
समृद्धि हो अपार, शान्ति का हो प्रसार
रास्ता अमन का हम, दुनिया को दिखाते रहे।
माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।।
मन में अपने ठान ले, हम खुद को यूँ पहचान दें
मातृभूमि के लिए सदा ही, हम प्राण लुटाते रहे।
माँ भारती की आरती, हम यूँ सदा गाते रहे।।