मैं साधारण व्यक्तित्व का सुलझा हुआ इंसान हुँ . ऐसे hi लोगो से मित्रता करना चाहता हूँ.
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जूता चुराई एक ऐसी रस्म है , जो सालियाँ शादी के वक्त अदा करती है. लेकिन समझ में नहीं आता ................. कि मंदिर के बहार यह रस्म कौन से सेल अदा कर जाते हैं.