चीन के किसी शहर में दो चिड़िया रहती थीं। उनमें से एक अपना घोंसला मिट्टी से बनाती थी और दूसरी मोम से अपना घोंसला बनाती थी। दूसरी चिड़िया पहली का मजाक उड़ाती रहती और कहती कि तेरा घर तो मिट्टी का बना है। मुझे देख मेरा घर कितना सुन्दर है बिल्कुल महल की तरह है। एक दिन बरसात हुई और मिट्टी का घोंसला पानी में बह गया। पहली चिड़िया दूसरी के पास गयी और उससे अपने घोंसले में रहने के लिए जगह माँगी, पर दूसरी चिड़िया ने घमण्ड के मारे मना कर दिया।
कई महीनें बीत गए। फिर बहुत जोर की गर्मी पड़ी और मोम का घोंसला पिघल गया। दूसरी चिड़िया धूप में बैठी परेशान होने लगी। उसे देखकर पहली चिड़िया उसके पास गयी और उसे अपने मिट्टी के घोंसले में ले आई। तब दूसरी चिड़िया को लगा कि कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता और सबको एक दूसरे की जरूरत पड़ती है।