17 मार्च 2022
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व्यग्यकारD
चीन के किसी शहर में दो चिड़िया रहती थीं। उनमें से एक अपना घोंसला मिट्टी से बनाती थी और दूसरी मोम से अ
नेता जी को चक्कर आया<br> जब सुबह अखबार उठाया<br> अखबार में था उनका नाम<br><div> नहीं किसी घोटाले में
दादा जी के हाथी जी<br> पहने कपड़े खाकी जी<br> सूंड उठाकर जब चलें<br> आठ-दस तो गिर पड़े<br> नहीं कोई कर
लोगों पे खाने को नहीं, कुत्ते पेडिग्री खा रहे हैं।<br> ये पानी को तरसते हैं, वो शैम्पेन बहा रहे हैं।
गधा निकला खेत से खाय नौ मन घास जाय बगल के खेत में बताई बाने बात बताई बाने बात कि पढ़ गये लाठी डण्डा ढेंचू-ढेंचू करे नाचे कुददम कुददा
पीने को नहीं पानी मोबाइल हाथ में ☺️☺️☺️ पी रहा बीड़ी सुलग रहा इंसान खुद ☺️☺️☺️ सर्व शिक्षा अभियान विद्यालयों में नहीं बच्चों पर ध्यान 😊😊😊 प्रतिभा पलायन रोकने की बात आरक्षण की आग 😢😢😢 आधुनिक युग बि
गुजिया की बहार हैमिठाई मठरी तैयार हैआओ होली खेलने वालोतुम्हारा इंतजार हैपापड़ तैयार हैकांजी मजेदार हैआओ दही बड़े खाने वालोंतुम्हारा इंतजार हैहोली की बहार हैरंगों की बौछार हैआ जाओ मेरे रिश्तेदारोंतुम्हार
आइंस्टाइन भारत में B Sc करने आये।एक साल पढ़ने के बाद उन्होंने यहाँ के एजुकेशन सिस्टम को देखकर एक फार्मूला दिया। E ( एजुकेशन) =M C दूसरी साल B Sc करने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने गलत फार्मूला दे
सबला नारी वहा तुम्हारी यही कहानी हाथों में स्कूटी और घर में नोकरानी******प्रदूषण पटाखों से नहीं दिवाली के पटाखों से होता हैऔर सरकार आप की न हो तो पराली से भी होता है******मेरे शहर की महंगाई का आल