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MIZAAZ-E-ISHQ

21 नवम्बर 2016

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उनके दिए हुए अश्क़ मुझे उन्हें भूलने नहीं देते, उनके याद मेरे दिल को धड़कने नहीं देते । यह कैसी तड़प है मेरे खुदा मेरे मोहब्बत की, वह ना हमें चैन से जीने देते है और ना मरने देते । "P" मनमोहन वर्मा "माहेव"

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