‘मृत्यु सार्वभौमिक सत्य है। जो जन्मता है वह मृत्यु को अवश्य प्राप्त होता है। बनना-बिगड़ना प्रकृति का नियम है। मृत्यु से कोई नहीं बच पाता है।
मृत्यु का भय उसे ही सताता है जो इस सत्य को स्वीकार नहीं करता है। काल से कोई नहीं बच सकता है क्योंकि यह सभी को मृत्यु के द्वारा वश में कर लेता है।’-ज्ञानेश्वर