‘वर्तमान में जीने वाला ही भविष्य को अच्छा बना पाता है। अतीत का चिन्तन कुछ न करने को प्रेरित करता है। जो अतीत से सीखकर वर्तमान को सुधार लेता है वह अवश्य अच्छे भविष्य का निर्माता होता है। समस्याओं को एकत्र करने वाला ही अपना वर्तमान व भविष्य तो बिगाड़ता ही है और साथ में दुःखद अतीत का जनक बन जाता है।’- ज्ञानेश्वर