कभी मुस्कराहट के पीछे छुपाया अपना गम
तो कभी छुपाए अपने आँसूं
कभी मुस्कराहट के पीछे छुपाया अपना दर्द
तो कभी छुपाया अपना डर
कभी मुस्कराहट के पीछे छुपाए ख़्यालात
तो कभी छुपाए अपने जस्बाद
कभी मुस्कराहट के पीछे छुपाया गुरुर
तो कभी छुपाई अपनी शर्म
कभी मुस्कराहट के पीछे छुपाई अपनी जलन
तो कभी छुपाया अपना प्यार
कभी मुस्कराहट के पीछे छुपाया अपना वियोग
तो कभी छुपाया सानिध्य
इस मुस्कराहट के पीछे
छुपा है पूरा जीवन
५ अप्रैल २०१६
जिनेवा