जो भूल जाते है वो गैर होते हैजो हर पल याद आते है वो अपने होते है
सनातन धर्म आदिकाल से ही अपनी दिव्यता के लिए जाना जाता है | सनातन का सिद्धांत है कि ईश्वर सर्वत्र समान रूप से व्याप्त है | इसी को प्रतिपादित करते हुए गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा कि :- "ईश्वर सर्व भूतम
हर जीव पर दया करो जन , जहरीला समझ मत व्यवहार करो। बिना पीड़ा के ना कोई सताये, क्यों दानवी व्यवहार करो? प्रेम दया के वशीभूत हो , विषधर भी वश में हो जाते हैं। कुदरत के हर र
श्रावण मास परम सुहावन शंकर जी का वासउनके गणदेवता का सब मिल करें परम सुपासनागपंचमी का दिन आया, धरती पर छाया प्रेम,नागों की पूजा,सबको मिले सुख-समृद्धि नेम।इस दिन जाते बांबी पूजने देने को उन्हें सम्मान&