हम लोग अक्सर किसी तथ्य या वस्तु को दोहराए चले जाते हैं । किसी ने एक लकीर खीचा उस पर निशान बन गया बस उसी निशान पर पानी बह जाता है और हम कहते हैं हमने बनाया ।पानी उस ओर आसानी से बह गया क्योंकि पहले से रास्ता बन गया था बह जाने में आसान हुआ। नई खोज हम कर नहीं सकते बस दोहराए चले जाते हैं । एक ही सिद्घांत पर काम करने वाले उपकरण या स्किल की रंग रूप को बदल लेते है पर वो पुराने ही सिद्घांत पर काम करते है । नयापन लाने के लिए अथक व सतत प्रयास की आवश्यकता होती है । बिना प्रज्ञा के हम उत्साहित व नवाचार नही कर सकते । बार बार एक ही प्रक्रिया से मन उदास होने लगता है जो जीवन के हर क्षेत्र में नवीनता की मांग करता है । खोज करने में सलग्न करता है ।स्पार्किंग एनोवेसन से समाज का विकास होता है जब भी कोई कल्याण पृथ्वी पर खोजा जाता है तो समस्त मानव को लाभ ही होता है । शिक्षा इसका बहुत बड़ा माध्यम बन सकता है ।
save tree 🌲save earth🌏 &save life❤