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टमाटर की खटास आजकल,टमाटर की खटास आजकल, टमाटर की खटास आजकल,टमाटर की खटास आजकल, कुछ ज्यादा ही हो गई | देख के ये अपना हाल, प्याज़ की आँखे नम हो गई || छीनी मेरी भी कुर्सी | कैसी ये तेरी मर्ज़ी |