मनभावन श्रावण पावस मास,
शिव शंकर भोले बाबा का।
दर्शन को आतुर भीर लगी,
पावस मास शिव शंभु का।।
मनभावन श्रावण पावस मास,
बाघम्बर धारी शिव शंभु का।
हाथों में सोहे त्रिशूल डमरू,
सिर गंगे चंद्र त्रिकालदर्शी का।।
मनभावन श्रावण पावस मास,
महादेव त्रिपुरारी भभूतधारी का।
ब्रह्माण्ड की रक्षा करने वाले,
नीलकंठ महादेव त्रिपुरारी का।।
मनभावन श्रावण पावस मास,
संग गौरा गणेश कार्तिकेय का।
भूत प्रेत संग तुम्हरे बिराजे,
नंदी के महादेव शिव शंकर का।।
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