shabd-logo

common.aboutWriter

Educator, Motivator, Writer, Poet, Youtuber

common.awards_and_certificates

prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2024-08-04
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-05-31
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-03-30
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-03-19
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2023-03-08
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-12-22
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-10-23
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-08-05
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-07-16
prize-icon
दैनिकलेखन प्रतियोगी2022-05-27
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-07-07
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-06-22
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-06-03
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-05-27

common.books_of

दीप की काव्यांजलि

दीप की काव्यांजलि

यह किताब एक कविता संग्रह है। मैंने अपने अनुभवों को शब्दों में पिरोकर कविता का रुप दिया है।कहते हैं कि साहित्य समाज का दर्पण होता है, तो समाज में होने वाली घटनाएँ तथा ज़िन्दगी के खट्टे मीठे अनुभव यहाँ कविता के रूप में प्रस्तुत हैं।अपनी व्यस्त दिनचर्या

93 common.readCount
108 common.articles

निःशुल्क

दीप की काव्यांजलि

दीप की काव्यांजलि

यह किताब एक कविता संग्रह है। मैंने अपने अनुभवों को शब्दों में पिरोकर कविता का रुप दिया है।कहते हैं कि साहित्य समाज का दर्पण होता है, तो समाज में होने वाली घटनाएँ तथा ज़िन्दगी के खट्टे मीठे अनुभव यहाँ कविता के रूप में प्रस्तुत हैं।अपनी व्यस्त दिनचर्या

93 common.readCount
108 common.articles

निःशुल्क

 "दीप का कविता संग्रह" (विविध रँग)

"दीप का कविता संग्रह" (विविध रँग)

यह एक कविता संग्रह है। जिसको हमने "दीप का कविता संग्रह" नाम दिया है। इसमें हमने हमारे समाज , प्रकृति और आसपास होने वाली घटनाओं को कविता का रूप दिया है। इस काव्य संग्रह की रचनायें किसी विशेष भाव से प्रेरित नहीं हैं।इस कविता संग्रह में हर प्रकार के भाव

31 common.readCount
72 common.articles
common.personBought

ईबुक:

₹ 69/-

 "दीप का कविता संग्रह" (विविध रँग)

"दीप का कविता संग्रह" (विविध रँग)

यह एक कविता संग्रह है। जिसको हमने "दीप का कविता संग्रह" नाम दिया है। इसमें हमने हमारे समाज , प्रकृति और आसपास होने वाली घटनाओं को कविता का रूप दिया है। इस काव्य संग्रह की रचनायें किसी विशेष भाव से प्रेरित नहीं हैं।इस कविता संग्रह में हर प्रकार के भाव

31 common.readCount
72 common.articles
common.personBought

ईबुक:

₹ 69/-

हमारा ग्वालियर

हमारा ग्वालियर

इस किताब में ग्वालियर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक तथ्यों को हमने कविताओं के रूप में व्यक्त करने का प्रयास किया है।ग्वालियर जिसे संगीत नगरी का दर्जा भी प्राप्त है।ग्वालियर की फ़िजा में संगीत घुला बसा हुआ है।यहाँ का स्थापत्य बेजोड़ है।ग्वालियर का

8 common.readCount
7 common.articles

निःशुल्क

हमारा ग्वालियर

हमारा ग्वालियर

इस किताब में ग्वालियर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक तथ्यों को हमने कविताओं के रूप में व्यक्त करने का प्रयास किया है।ग्वालियर जिसे संगीत नगरी का दर्जा भी प्राप्त है।ग्वालियर की फ़िजा में संगीत घुला बसा हुआ है।यहाँ का स्थापत्य बेजोड़ है।ग्वालियर का

8 common.readCount
7 common.articles

निःशुल्क

शेरो-शायरी

शेरो-शायरी

मैं इस किताब में मन में आये विचारों को सूक्ष्म रूप से शेर या शायरी के रूप में लिखने का प्रयास कर रहा हूँ।मुझे उर्दू शब्द काफी आकर्षित करते हैं।कोशिश कर रहा हूँ उन शब्दों के माध्यम से अपने जज्बातों को व्यक्त कर सकूँ।उम्मीद है कि मेरा यह प्रयास आप लोगो

7 common.readCount
20 common.articles

निःशुल्क

शेरो-शायरी

शेरो-शायरी

मैं इस किताब में मन में आये विचारों को सूक्ष्म रूप से शेर या शायरी के रूप में लिखने का प्रयास कर रहा हूँ।मुझे उर्दू शब्द काफी आकर्षित करते हैं।कोशिश कर रहा हूँ उन शब्दों के माध्यम से अपने जज्बातों को व्यक्त कर सकूँ।उम्मीद है कि मेरा यह प्रयास आप लोगो

7 common.readCount
20 common.articles

निःशुल्क

मेरे एहसास

मेरे एहसास

इस किताब में मैने अपने अंदर के एहसासों को कविताओं के रूप में ढाला है।

2 common.readCount
10 common.articles

निःशुल्क

मेरे एहसास

मेरे एहसास

इस किताब में मैने अपने अंदर के एहसासों को कविताओं के रूप में ढाला है।

2 common.readCount
10 common.articles

निःशुल्क

common.kelekh

नया साल

7 जनवरी 2025
1
0

नए साल का नया सवेरामुझे देख फिर वो मुस्काया पिछले साल जो किए थे वादेकितने मैं पूरे कर पाया।उसके ये प्रश्न को सुनकरएक पल मैं भी मुस्काया फिर रुककर मैं लगा सोचनेकितने मैं पूरे कर पाया।शान्त चि

चिठ्ठियां

7 जनवरी 2025
1
0

कहाँ खो गईं वो चिठ्ठियांजिसमें जज़्बात लिखे जाते थेप्रेम भरी नाराज़गी केअल्फ़ाज़ लिखे जाते थे।न मोबाइल थेऔर न फोन थेनीले अंतर्देशीय पत्रऔर पीले पोस्टकार्ड होते थे।ढेर सारे प्यार के पैग़ाम फूल की

समय

29 दिसम्बर 2024
1
0

समय न रुका है और न रुकेगा किसी के लिएचला जा रहा है सतत्एक समान गति को लिए।चल पा रहे हैं जोसमय के साथपा रहे हैं मंज़िल और खुशियों की सौगात।रुक गए जो थककर रह गए वो पीछेदेखते रहे वो एकटकऔर

सड़क पर जाम

29 दिसम्बर 2024
1
0

खड़े रह गए सिग्नल देखोनहीं वो करते बिल्कुल काम आड़े तिरछे सभी निकलतेफिर लग जाता रोड पर जाम।सड़क घेर कर खड़े हैं ठेलेऔर आधी रोड पर लगी दुकानपब्लिक निकले कैसे भाईफिर लग जाता रोड पर जाम।हर एक को जल्

बंदिशें

13 अक्टूबर 2024
1
0

आप बिछा के जाल कुछ चिड़ियों को फंसा सकते हो, मगर परिंदों को मुक्त गगन में उड़ान भरने से नहीं रोक सकते।बंद कर तोते को पिंजरे में अपनी बोली बुलवा सकते हो,मगर पक्षियों के चहचहाने पर शर्त नहीं लगा सक

पानी का मोल

11 सितम्बर 2024
1
1

बिन पानी क्या खेत-खलिहानबिन पानी नहीं गुल्म में जान बिन पानी क्या कश्ती का मान बिन पानी सब वृथा समान।बिन पानी क्या पोखर-तालबिन पानी क्या नदियों का हाल बिन पानी संकट विकरालबिन पानी जीवन

महान चित्रकार

1 सितम्बर 2024
1
0

यह कौन चित्रकार है आयाजिसने नभ पर चित्र बनायापूरब से पश्चिम तक देखोइंद्रधनुष है नभ पर छाया।नभ में भूरे-काले बादल लेकरकभी वह हाथी का चित्र बनाताकभी चूहा सरपट दौड़ाता तो कभी शेर है दहाड़ लगाता।इस न

मतलबी दुनिया

29 अगस्त 2024
2
2

रोज दो चार अंडे देने तकखिलाया जाता है दानाऔर पिलाया जाता है पानीउसके बाद उदर में समा जाती हैं मुर्गियां।देती हैं दूध जब तकमिलता है हरा चाराऔर रोज की जाती है सानी फिर सड़क पर भटकने छोड़ दी जाती है

पुस्तक होती गुरु समान

20 अगस्त 2024
1
0

पुस्तक देती हम सबको ज्ञान होती है यह बहुत महान जो भी इनको ध्यान से पढ़ता बढ़ जाता है उसका ज्ञान।किताब बताती सही रास्ता होती है यह गुरु समान जो भी इससे सीख है लेता हो जाती

शाश्वत प्रेम

20 अगस्त 2024
1
0

प्रेम बिना जीवन नहीं प्याराप्रेम बिना तरुवर दुखियारा प्रेम बिना नहीं कहीं उजियारा प्रेम बिना मन में अंधियारा। प्रेम बिना नहीं जीव उत्पत्ति प्रेम बिना चहुं ओर विपत्ति प्रेम बिन

किताब पढ़िए