आप बिछा के जाल कुछ चिड़ियों को फंसा सकते हो,
मगर परिंदों को मुक्त गगन में उड़ान भरने से नहीं रोक सकते।
बंद कर तोते को पिंजरे में अपनी बोली बुलवा सकते हो,
मगर पक्षियों के चहचहाने पर शर्त नहीं लगा सकते।
बना सकते हो कुछ हिरणों को पालतू आप,
मगर बाकियों को कुलाचें मारने से नहीं रोक सकते।
बेशक सारे फूलों को तोड़ कर फेंक सकते हो,
मगर बसंत को आने से आप नहीं रोक सकते।
बनाकर बांध एक नदी पर उसके बहाव को रोक सकते हो,
मगर बाकियों के बहने पर पाबंदी नहीं लगा सकते।
दबा सकते हो एक चिंगारी को कुछ पलों के लिए,
मगर उसको आग बनने से आप नहीं रोक सकते।
अंधेरे इतरा सकते हैं "दीप" कुछ समय के लिए,
मगर उजालों के आने पर बंदिशें नहीं लगा सकते।
डॉ प्रदीप त्रिपाठी "दीप"
ग्वालियर,मध्यप्रदेश,🇮🇳