हमारे जीवन में अनेक ऐसी घटनायें होती हैं जिनका अर्थ हम नहीं निकाल पाते ! यह जीवन हमें परमात्मा ने दिया है ! वह परमात्मा हमको कभी भी अकेला नहीं छोड़ता , ईश्वर की अनुभूति हमें कैसी होती है यह हमारी मानसिकता पर निर्भर करता है
आचार्य अर्जुन तिवारी
पुराण प्रवक्ता / यज्ञाचार्य
ग्राम व पोस्ट - बड़ागाँव (रेलवे स्टेशन)
तहसील - सोहावल
थाना - रौनाही
जनपद - श्री अयोध्या जी
पिन - २२४१२६
बचपन से ही भगवत्पथ के पथिक बनने की चाह में कुछ लिखना प्रारम्भ किया ! शनै: शनै: कीर्तन