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वह फाग फाग फाल्गुनी वह झन झन झंकार सीवह रात सजाती चाँदनीवह राग राग की रागिनी।। वह तान तान तरंगिणी &n
कदम दर कदम हम बहकने लगेसाँसों में मेरेतुम महकने लगे,कदम दर कदम हम बहकने लगे।।खामोशी भी सरगम बजाने लगीतबियत मचल गुनगुनाने लगीसाया तुम्हारा सरसराए आँखों पररंगीन तारे राहों में सजने लगे,कद