*व्यंग्य-‘‘शिक्षक बेचारा काम का मारा’’* *(राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’)* शिक्षक इस दुनिया में सबसे अजीबोगरीब इंसान है वह बहुत ही बेबस,लाचार,दयनीय भी होता है। वह कक्षा में बच्चों के द्वारा पूछे गये प्रश्नों की बौछार खाता है घर में बीबी से ताने और फटकार खाता है। दुकानदार से उधारी में सामान न पाने की घुड़की खाता है ये बात अलग है कि वह उसे प्यार से पुटिया लेता है और अपना उल्लू सीधा कर लेता है और स्कूल के लंच में मध्ययान भोजन में मुफ़्त में पतली दाल में कंकड़ खाता है जो उसे दाल होने का भ्रम पैदा करती है तथा डठूला लगी रोटी खाता है ताकि खाने वाले को किसी की नजर न लगे या हम कह सकते है कि चाँद सी रोटी खाता है जिसमें कई दाग होते है जो कहीं -कही पर गीले (कच्चा) होते है जो कि हमें चाँद पे पानी (जीवन) होने की अहसास दिलाते है।.........शेष आगे पूरा पढ़ें..... *राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’* संपादक ‘आकांक्षा’ पत्रिका अध्यक्ष-म.प्र लेखक संघ,टीकमगढ़ शिवनगर कालौनी,टीकमगढ़ (म.प्र.) पिनः472001 मोबाइल-9893520965 E Mail- ranalidhori@gmail.com Blog - (1) rajeevranalidhori.blogspot.com (2) ranalidhori15.blogspot.com
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