कुछ ख़ास नहीं साहित्य में रूचि है । अध्यापन से जुड़ा हूँ
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हिमधारा
शब्द कुछ अपने कुछ पराये,शब्द कुछ छोटेकुछ बड़े,शब्द कुछ साथ कुछ अकेले,शब्दकुछ थुलथुलेकुछ बुलबुले,शब्द ही तोमात्र शब्दनि:शब्द ।।
चलो यहाँ भी अपनी हाज़री लगा लेते है