अनुत्तरित प्रश्न
अनुत्तरित प्रश्न एक जंगल था ,बहुत प्यारा था सभी की आँख का तारा था। वक्त की आंधी आई, सभ्यता चमचमाती आई। इस सभ्यता के हाथ में आरी थी। जो काटती गई जंगलों को बनते गए ,आलीशान मकान ,चौखटें ,दरवाजे ,दहेज़ के फर्नीचर। मिटते गए जंगल सिसकते रहे पेड़ और हम सब देते रहे भाषण बन कर मुख्य अतिथि वनमहोत्सव में। हर आर