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बिन तेरे हर शाम अधूरी लगती है,अब तो तू अरमान जरूरी लगती है,तेरे लिए फरियाद किया था रब से मैंने,तू मिली मेरी हर इबादत पूरी लगती है,बिन तेरे हर शाम अधूरी लगती है,अब तो तू अरमान जरूरी लगती है।।