गूंगी चीख (कन्या भ्रूण हत्या)
हे माँ मत मार मुझे, मैं मांगती जान की भीख,सुन ले ए माँ, तू मेरी ये गूंगी चीख|ऐ माँ मत मार मुझे, मैं जीना चाहती हूँ,ऊँगली तेरी पकड़, तुझ संग चलना चाहती हूँ|क्या पता मैं तुम्हारे लिए बेटे से भी बढ़कर होऊं,मुझे मत मार ए माँ, मैं गर्भ में तुम्हारे रोऊँ|पता नहीं क्यों मेरी हत्या का, तुझे ये खयाल आया है,जिं