💕💕ये जो तुम ख्वाब में आकर बैठ जाते हो
मेरे करीब कभी भी
मुश्किल होता है यकीन तेरे मेरे दरमियान खामोशियां और दूरियां
दोनों ही वर्षों से बसती हैं
ख्वाबों में तकिए के सहारने
छोड़ जाते हो कुछ महकते से पलों को
फिर कभी मिलों तो
कुछ वक़्त ज्यादा लेकर आना
झांकना है मुझे तेरे दिल की
गहराई में
मै भी तो देखूं कि तेरा मेरा
कितनी सदियों का याराना हैं