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12/7/2022

12 जुलाई 2022

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प्रिय सखी।
कैसी हो । मै अच्छी हूं और बरसात मे भीग चुकी थी।सुबह के ग्यारह बजे है ।हम ने आज शैप की छुट्टी की हुई है ।कुछ काम अधूरे रह रहे थे काफी समय से वो पूरे करने थे।उसी काम के लिए हम गये तो बारिश झमाझम होने लगी जिससे हम बहुत बुरी तरह से भीग गये।घर आकर नहाये और अब तुम से मुलाकात कर रहे है।आज मौसम सुबह से ही बंद बंद था।हवा का नामोनिशान भी नही था ।घर मे घुटन महसूस हो रही थीएक तो पहले ही ग्राउंड फ्लोर है ।यही कमी है महानगरों मे रहने की ना ज़मीन अपनी होती है ना छत ।बस नाम के ही घर है ।हमे याद है हमारे मायके मे इतनी बड़ी हवेली थी कि पूरी हवेली का चक्कर काट लो तो सुबह की सैर हो जाती थी।पर यहां तो डिबिया जैसे घर है । बहुत दिनों से गर्मी बहुत पड़ रही थी।चलो कुछ देर के लिए ही सही गर्मी से छुटकारा तो मिला।
  कल शोप से आते समय बड़ा ही भयावह मंजर देखा।कही कोई मर गया था ।शायद एक कमरे का घर होगा उनका ।लाश को सड़क पर तम्बू लगा कर वहां पर रखा हुआ था । बड़ा ही व्यस्त इलाका है औखला फेस टू । वहां पर ही कुत्ते घुम रहे थे लाश के आस पास ।एक बार तो हमारा मन रोने का होने लगा कि क्या आदमी की मरने के बाद यही कीमत रह जाती है ।सहसा हमे हमारी ही कृति की याद आ गयी "जनाजा किस्म किस्म" की सच मे किसी की मयीइत मे इतना खर्च तो किसी को कफन तक नसीब नही।बस अब चलती हूं सखी ।बारिश फिर से शुरू हो गयी है । अलविदा।
anupama verma

anupama verma

बारिश का मौसम शुरू हो गया और कहीं पर सैलाब उमड़ पड़ा है।

12 जुलाई 2022

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रचनाएँ
दैनंदिनी सखी (जुलाई) 2022
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मेरी और मेरी सखी दैनंदिनी की बात सावन की रिमझिम फुहारों के साथ
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2/7/2022

2 जुलाई 2022
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हैलोलो लो..…...सखी लो मै फिर से मुखातिब हूं तुम से ।पिछला महीना तो जलता बलता हुआ निकल गया गर्मी ही इतनी थी पर अब तो जैसे ही जुलाई लगा है मौसम सुहाना हो गया है ।पर ये सुहावना मौसम भी एक समय सीमा त

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7/7/2022

7 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।आजकल मुलाकात देर से हो रही है थोड़ा क्षमा चाहती हूं।मैने पहले तुम्हें बताया था ना कि हमारे पड़ोस मे एक महिला है जिसका पति कुछ काम धंधा करता नही है और वो कुछ किराने की दुकान से कमाती

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9/7/2022

9 जुलाई 2022
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प्रिय सखी। कैसी हो ।मै तो अच्छी हूं।अभी देहली शोप से आ कर बैठी हूं।आजकल कुछ ज्यादा ही व्यस्त चल रही हूं।अभी नयी नयी शोप की है देहली मे । फरीदाबाद से देहली का हर रोज का आना जाना थका देता है। फिर ग

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11/7/2022

11 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो। मै अच्छी हूं।दोपहर के बारह बजे है देहली शोप पर हूं। सुबह से कोई ग्राहक नही है कुछ तो मुझे लग रहा है बकरीद के कारण छुट्टी जैसा माहौल है । बहुत सी शोप बंद भी है और लोगों की आवाजाही भी

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12/7/2022

12 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो । मै अच्छी हूं और बरसात मे भीग चुकी थी।सुबह के ग्यारह बजे है ।हम ने आज शैप की छुट्टी की हुई है ।कुछ काम अधूरे रह रहे थे काफी समय से वो पूरे करने थे।उसी काम के लिए हम गये तो बारिश झमा

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16/7/2022

16 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं।सबसे पहले सावन का महीना जो भगवान भोलेनाथ को समर्पित है उस की तुम को बहुत बहुत बधाई।सावन मास मे सब ओर हरा ही हरा दिखाई देता है कुछ लोगों के यहां मानता भी होती है कि वो सा

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18/7/2022

18 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे नही है स्वस्थ बिगड़ा हुआ है तीन चार दिन से । बड़ी मुश्किल से तुम से मुलाकात हो पा रही है। कुछ भी काम करने का मन ही नही कर रहा।शोप सू भी छुट्टी ली हुई है।पर एक गृहिणी होने के

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20/7/2022

20 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं।देहली शोप पर हूं। जहां पर शोप है वहां गाड़ी से नही जा सकते पार्किंग की समस्या आती है। इसलिए मोटरसाइकिल से जाना पड़ता है। पतिदेव और मै ,हम दोनों बाइक से हर रोज जाते है तो

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21/7/2022

21 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।हम तो ठीक ही है । बरसात का पुरजोर मौसम चल रहा है।हर रोज फरीदाबाद से देहली और देहली से फरीदाबाद का सफर थका देता है । पतिदेव भी स्थिर निर्णय नही ले पा रहे है कि फरीदाबाद रहे या देहली आ

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22/7/2022

22 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।आज मै बहुत खुश हूं।और खुश होने का कारण भी है ।आज बड़े बेटे का सीबीएसई के बोर्ड परीक्षा बारहवीं का परिणाम घोषित हुए है ।हमारा सपूत बहुत अच्छे नंबरों से पास हुए है।एक मां को उससे बडी क

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25/7/2022

25 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मै ठीक हूं।आज तो ज्यादा ही खुश हूं ।आज से अटठारह साल पहले मुझे मातृत्व का पहली बार सुख मिला था।आज मेरे बड़े बेटे का जन्म दिन है।पता ही नही चला कब गोलू मोलू बेटा डैशिंग हंक बन गया।अब

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27/7/2022

27 जुलाई 2022
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प्रिय सखीकैसी हो ।मै अच्छी हूं।बस अभी देहली शोप पर आकर बैठी हूं।कल का सफर बहुत थकाने वाला था । क्यों कि कल शिवरात्रि थी।और कावंड़ियों की बड़ी भीड़ थी। मैंने पहले बताया था ना कि हरियाणा मे फरीदाबाद की

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28/7/2022

28 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं। अभी देहली शोप से आकर बैठी हूं ‌इतना टाइट शैडयूल्ड चल रहा है कि लेखन पर ध्यान ही नही दे पा रही हूं। मुझे लग रहा है कहीं मै लेखन से दूर ना हो जाऊं।जो मेरी जान है।पर

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30/7/2022

30 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं।कल ही एक मंच के लिए एक कहानी लिखी । कहानी क्या एक किंवदंती है जो कहानी के रूप मे मेरी मां हम को बचपन मे सुनाती थी।भाई बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन अगले महीने पड़ रहा

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31/7/2022

31 जुलाई 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं हरियाली तीज की हार्दिक शुभकामनाएं।ओहो। क्या समय था वह भी जब हम छोटे थे।दस दिन पहले ही तीज की बांट जोहने लगते थे। क्यों कि काफीसमय बाद त्यौहारों की शुरुआत होती थी।तीज से

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