गर बिखर जाऊं तो बिखरने देना,
तेरी चाहत में थोड़ा निखरने देना.
बहुत गुरूर छा जाता है मुझ पर,
तेरी लगन में थोड़ा सा बहने देना.
खुद को खुदा समझने लगता हूँ मैं,
वहम हर एक दिमाग से हटने देना.
कोई भूल से भी ये गुस्ताखी न करे,
इस कदर मुझे दर दर भटकने देना.
मगर एक ख्वाईश है मेरी भी खुदा,
दीदार एक, फिर चाहे तो मरने देना.