वो आए जिंदगी में यूँ घटाओं की तरह,
मन चहक गया था फिजाओं की तरह.
होंठ पुकारते ही रहे, कोयल की तरह
दिल भी बहक गया हवाओं की तरह
फिर तमाम उम्र, इंतजार करते करते,
आंखे बरसती ही रही बारिश की तरह
गम नहीं खुशी के आंसू है ये तो यारो,
वो महक रही है कहीं तुलसी की तरह.