बेहतर हो सकते हैं और बेहतर ,
मिलो ,लगने दो अब हमको पर
11 दिसम्बर 2015
बेहतर हो सकते हैं और बेहतर ,
मिलो ,लगने दो अब हमको पर
जी, आप की बात पर करेंगें हम गौर, शब्द ढूंढ कर लाएगें कहीं से हम और.
14 दिसम्बर 2015
नीरज जी , शब्द थोड़े कम से लगते है , 4 पंक्तियाँ हो तो और अच्छा लगे ।
11 दिसम्बर 2015